खिलते होठों से महेंकती मुस्कानें लिख दे
आंखों से दिल में उतरे कुछ तराने लिख दे
आंखे तो आइना है दिल का
नोक से दिल की दिलकश फसाने लिख दे
यासिर होतें है इस जहां के सदमे
पलको पे परिजाद पैमाने लिख दे
दर्दे दिल लिखतें रहेते है लोग अकसर
खुशीयों के तु खुशनुमा खजाने लिख दे
कांटो के भी है आशिक, बांकपने आलम
फिजाओं पे फिदा दिवाने लिख दे
नाम पे मरती है दुनिया सारी
शेरे मकता अंजुमन अंजाने लिख दे
-श्याम शून्यमनस्क
ता- १०/०२/११
यासिर= थोडा ,कम ઓછું लीटल
सदमे= दुख ,गम (सेडनेस)
परिजाद= खुशनुमा, सुंदर lovely, pretty
पैमाने = वादा , प्रोमिस
बांकपन = smartness , चतुराइ
अंजुमन = सोसायटी
दर्दे दिल लिखतें रहेते है लोग अकसर
ReplyDeleteखुशीयों के तु खुशनुमा खजाने लिख दे.... its true.... generally kavita ya kuch bhi dard pe hi jyada likhte hai .. to kabhi kabhi khushnuma kahaja na bhi likne chahiye. nice one.
दर्दे दिल लिखतें रहेते है लोग अकसर
ReplyDeleteखुशीयों के तु खुशनुमा खजाने लिख दे.. waah lajawaab, shyam bhai.. mane aa rachana khoob gami...!
nice one, u tried urdu thtz vry vry nice.
ReplyDeletenice work.
ReplyDeleteNOK SE DIL KI DILKASH FASANE LIKH DE........
ReplyDeleteWOW SO NICE SAM..... HINDI OR URDU KA MAST MILAP HE....NON GUJRATI B DEEWANE HO JAYENGE AAPKE....NICE PADHTE HI DIL KHUSH HO GAYA
wow samir superb
ReplyDeleteनाम पे मरती है दुनिया सारी
ReplyDeleteशेरे मकता अंजुमन अंजाने लिख दे
vAAH sHYAMLA tARI kALAM eK DAM jORDAR lAKHe cHE
kEEP iT uPPPPP
v nice......
ReplyDelete